इस post में हम आपको बताएँगे Programming क्या है ? Programming एक ऐसा बनाया गया नियमों का सेट (Rule Set) होता है, जिससे हम कंप्यूटर को आसानी से निर्देश दे सकें, कि उसे क्या करना है और कैसे करना है। computer खुद से कुछ नहीं कर सकता। अगर हमें कोई task perform करना है, तो हम programming के जरिये निर्देश देते हैं।
Table of Contents

2. Programming कितने प्रकार
Programming बहोत प्रकार की हैं , और हर प्रोग्रामिंग का अपना अपना उपयोग है, निचे table में कुछ popular प्रोग्रामिंग के नाम और उनका उपयोग दिया गया है।
Programming Language | मुख्य उपयोग (Use Case) |
Python | Data Science, Machine Learning, AI, Web Development, Automation, Scripting |
C Language | System Programming, Embedded Systems, Operating System development |
C++ | Game Development, High-Performance Applications, Competitive Programming |
Java | Android App Development, Enterprise Applications, Web Applications |
JavaScript | Web Front-End (browser), Interactive UI, Web Apps |
HTML + CSS | Web Page Structure & Design (Note: ये markup और styling languages हैं) |
PHP | Server-side Web Development, Dynamic Websites |
C# (C-Sharp) | Windows App Development, Game Dev (Unity), .NET Framework |
Kotlin | Modern Android App Development (Java का upgrade) |
Swift | iOS/macOS Apps (Apple ecosystem) |
SQL | Databases से data access, retrieval, और manipulation |
Go (Golang) | High-speed servers, APIs, Cloud-based systems |
Ruby | Web Development (Ruby on Rails framework) |
Assembly Language | Microcontroller programming, Hardware-level tasks |
3. Programming सीखने के Top 5 Reason
1. High Demand और रोज़गार के अवसर
आज अगर आप अपने आस-पास देखें, तो हर 100 में से 70 चीज़ें Programming पर निर्भर हैं – चाहे वह मोबाइल फ़ोन हो, स्मार्ट टीवी हो, एटीएम मशीन हो, स्मार्ट वॉच हो या आपका होम वॉइस असिस्टेंट हो हमारे दैनिक जीवन के लगभग हर डिजिटल उपकरण के पीछे कोई न कोई Programming काम करती है।
यही वजह है कि तकनीक के इस दौर में Programmers की माँग लगातार बढ़ रही है – और आने वाले सालों में भी यह कभी कम नहीं होगी।यही वजह है कि कंपनियाँ ऐसे कुशल programmer को अच्छी salary वाली नौकरियाँ देती हैं।
2. अच्छी Salary के लिए
Tech Industry में, एक नए Programmer का वेतन लाखों में हो सकती है, खासकर सॉफ्टवेयर डेवलपर, वेब डेवलपर, एंड्रॉइड डेवलपर और डेटा एनालिस्ट जैसी भूमिकाओं में। जैसे-जैसे अनुभव बढ़ता है, वेतन भी तेज़ी से बढ़ता है।
3. Freelancing करके घर बैठे पैसे Earn सकते हैं
अगर आप एक programmer हैं और आपको Software Develoment या Web Development आता है, तो आप घर बैठे ऑनलाइन काम करके अच्छी कमाई कर सकते हैं – आपको कहीं जाने की ज़रूरत नहीं है! शुरूआती दिनों में Patience रखना होता है, फिर धीरे धीरे अच्छी खासी इनकम generate होने लगती है।
4. खुद का Software, Android App बना सकते हैं
आज के Digital युग में, किसी और पर निर्भर रहने की ज़रूरत नहीं है। अगर आपके पास कोई आइडिया है – चाहे वह कोई छोटा गेम हो, कोई बिज़नेस ऐप हो, या कोई टूल हो – तो आप अपना खुद का Softwar या एंड्रॉइड ऐप बना सकते हैं। अगर आप में सीखने की थोड़ी सी भी इच्छा और सही रास्ता है, तो बिना किसी बड़ी टीम या ज़्यादा खर्च के, आप अपना खुद का App बना सकते हैं और उसे गूगल playstore पर पब्लिश भी कर सकते हैं।
5. Digital World को समझने के लिए
आज हमारा जीवन पूरी तरह से digital हो चुका है – हम मोबाइल से बात करते हैं, Online शॉपिंग करते हैं, सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हैं, और UPI से payment करते हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि ये सब काम कैसे होते हैं?इसका पिछला काम है – Programming.
4. Programming की वजह से होने वाले Revolution (क्रांन्ति)
1. Digital Revolution सबकुछ स्क्रीन पर
- पहले दुकानों में जाकर सामान लाना पड़ता था अब कुछ ही क्लिक्स में अपने फ़ोन से पूरी शॉपिंग कर सकते है।
- पहले massage पेपर के form में सिर्फ टेक्स्ट फॉर्मेट में डॉक् से आते थे और वो भी आने में कुछ महीनो लगते थे। और आज हम massage कुछ सेकंडो में भेजते है और recieve करते है, वो भी अलग अलग format में जैसे – text, audio, वीडियो , images.
- पहले लाइन में लगकर लाइट जमा करना पड़ता अब हम सोते हुए कुछ ही सेकंड UPI के दोवारा कर सकते है। और भी अनगिनत काम ऑनलाइन हो रहे हैं, सिर्फ Programming की वजह से।
2. Remote Work Revolution
दुनिया के किसी कोने से आप कहीं भी काम कर सकते हैं — बस एक लैपटॉप और इंटरनेट चाहिए।
- Freelancing, Work From Home, Online Teams – ये सब programmed systems से चलते हैं (Zoom, Slack, Fiverr, Trello)
- अब कंपनियों को कोई फर्क नहीं पड़ता आप भारत में हो या अमेरिका में — बस skill होनी चाहिए
3. AI Revolution – Machine भी सोचने लगी हैं
- पहले मशीन इंसानो के कहे अनुसार चलती थी आज के इस प्रोग्रामिंग के दुनिया में मशीनें खुद से सीख रही है और समझ रही है।
- chatgpt, gemini ai models, google translate, face Recognition, Self Driving cars ये सब Ai Algorithms + Programming का कमल है।
4. Healthcare Revolution – जान बचाने में कोड का हाथ
पहले बीमारी के पता लगाने में हफ़्तों लगते थे अब एक scan से रिपोर्ट तैय्यार
- Medical imaging software, रिपोर्ट जनरेट करने के tools, Telemedicine apps (Practo, Apollo 24/7)
- Smart watches जो heart rate, oxygen monitor करते हैं
5. Programming का इतिहास
आज हम जिन मोबाइल ऐप्स, वेबसाइट्स और गेम्स का इस्तेमाल करते हैं, उनकी नींव programming है। लेकिन programming की शुरुआत बहुत पहले, 1800 के दशक में हो चुकी थी।
1801 में, Joseph Jacquard ने एक ऐसी मशीन बनाई जो कपड़े की डिज़ाइन को “punched cards” से कंट्रोल करती थी। यहीं से programming का concept शुरू हुआ।
1843 में, Ada Lovelace ने Charles Babbage की मशीन के लिए एक calculation तरीका लिखा – इसे दुनिया का पहला कंप्यूटर प्रोग्राम माना जाता है। Ada को दुनिया का पहला programmer कहा जाता है।
1940s में पहले electronic कंप्यूटर आए — जैसे ENIAC। उस समय programmers को मशीन भाषा (0 और 1) में कोड लिखना पड़ता था।
1950s में, FORTRAN और COBOL जैसी high-level भाषाएं आईं, जिनसे कोडिंग आसान हुई। इसके बाद BASIC और LISP जैसी भाषाएं education और research के लिए बनाई गईं।
1970s में Dennis Ritchie ने C language बनाई, जो आज भी programming की सबसे मजबूत भाषा मानी जाती है। और उससे पहले 1960 में object-oriented programming (OOP) की शुरुआत हुई। लेकिन C Language Object-oriented programming language नहीं है।
1990s में Java और JavaScript जैसे languages आए, जिनकी वजह से internet और websites का विकास हुआ।
2000s के बाद Python, C#, Swift और Kotlin जैसे modern languages ने AI, mobile apps और data science को आसान बना दिया।
6. Conclusion (निष्कर्ष)
कुछ साल पहले तक कंप्यूटर सिर्फ हिसाब-किताब करने और रिपोर्ट बनाने के लिए इस्तेमाल होते थे। तब किसी ने सोचा भी नहीं था कि प्रोग्रामिंग इतना बड़ा बदलाव ला सकती है। लेकिन आज वही प्रोग्रामिंग हमारी दुनिया को पूरी तरह बदल चुकी है। स्मार्टफोन, इंटरनेट, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मोबाइल ऐप्स जैसे बड़े आविष्कार प्रोग्रामिंग की वजह से ही मुमकिन हो पाए हैं। इसने न सिर्फ हमारी जिंदगी को आसान बनाया है, बल्कि एक नई डिजिटल दुनिया भी बना दी है।
Programming सिर्फ कंप्यूटर को चलाने का तरीका नहीं है — ये एक intellectual revolution है जिसने दुनिया को automate, connect और empower किया है।