Programming जिसे आम भाषा में coding भी कहते हैं, एक तरह से computer को काम समझाना है। सोचिये आप अपने दोस्त को कोई काम करने के लिए कहते हैं – जैसे “बाजार जाओ, सब्जी लाओ, और मुझे फोन करो।”
programming भी कुछ ऐसा ही है, लेकिन यहां दोस्त मोबाइल या computer होता है। Program निर्देशों का वह पूरा सेट या लिस्ट होता है, जो हम computer को देते हैं। हमारा mobile app, website, या कोई भी वीडियो game ये सब एक प्रोग्राम ही है।
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Programming क्यों जरुरी है ?
computer बहोत होशियार होते हैं, लेकिन वे सिर्फ एक भाषा समझते है – 0 और 1 की भाषा (जिसे बाइनरी नंबर कहते है ) हम इंसान 0 और 1 में निर्देश नहीं दे सकते। इसलिए हम programming भाषाओँ का इस्तेमाल करते हैं। जैसे – (C , C++, python, java) ये भाषाएँ इंसानो के समझने लायक होती हैं। हम इनमे logical निर्देश लिखते हैं। फिर एक खास softwar (जिसे compiler या interpreter कहते हैं ) हमारे लिखे हुए इन निर्देशों को computer की 0 और 1 वाली भाषा में बदल देता है। इस तरह कंप्यूटर को पता चलता है की उसे क्या करना है। Programming हमें मशीन से हमारी मर्जी का काम करवाने की शक्ति देती है।
Programming का महत्त्व और उपयोग
Programming केवल Computer के लिए नहीं है ; यह हमारे रोजमर्रा के जीवन को आसान बनाती है।
A) Programming kyon महत्वपूर्ण है ?
1. समस्या सुलझाना (Problem Solving): coding हमें सिखाती है कि किसी बड़ी समस्या को छोटे – छोटे हिस्सों में कैसे बाटें और हर हिस्से का सही समाधान निकालें। यह दिमाग को तेज करता है।
2. Automation (खुद -ब – खुद काम): अगर आपको एक ही कम बार – बार करना पड़ता है (जैसे रोजाना ईमेल भेजना ), तो प्रोग्रम्मीण उस काम को अपने आप करने के लिए Code लिख सकती है। इससे समय बचता है और गलतिया काम होती है।
3. नई चीज़ बनाना: artificial intelligence (AI), रोबोटिक्स, और नई – नई टेक्नोलॉजी, ये सब programming की वजह से संभव है। प्रोग्रामिंग भी नई अविष्कारों का इंजन है।
B) कहाँ इस्तेमाल होता है ?
1. Website बनाना: Facebook, Amazon जैसी सभी websites Programming से बनी हैं।
2. Mobile Apps: हमारे फ़ोन में मौजूद whatsapp, PhonePe और बहोत बड़े बड़े apps Programming से बने हैं।
3. Games: बच्चों के छोटे गेम से लेकर playstation या pc के बड़े game तक।
4. Data का काम: बड़े – बड़े कंपनियों में ग्राहक के डेटा का विश्लेषण करना, मौसम का अनुमान लगाना।
5. Smart Device: आपकी smartWatch, Smart Tv यहां तक की कार में लगे computer system भी प्रोग्रामिंग पर चलती हैं।
Programming कैसे काम करती है ?
यह मुख्या तीन चरणों माँ काम करती है:
A) Algorithm (दिमाग में योजना बनाना)
किसी भी कोड को लिखने से पहले, हमें एक योजना बनानी होती है। इस योजना को algorithm कहते हैं।
Example के लिए, चाय बनाने का algorithm:
1. पानी लो
2. गैस आन करो
3. चाय पत्ती, चीनी, दूध डालो।
4. उबाल आने पर गैस बंद करदो
यह योजना किसी भाषा पर निर्भर नहीं होती है बस यह तार्किक चरणों का काम क्रम है।
B) Coding करना (योजना को लिखना)
इस चरण में, हम algorithm को चुनते हैं और उसे किसी प्रोग्रामिंग भाषा ( जैसे C या अपने मन चाहे भाषा ) में लिखते हैं। लिखते समय , हम कुछ खास चीज़ों का उपयोग करते हैं:
Variables (बदलने वाला चीजें ): Data को याद रखने के लिए जगह (जैसे किसी व्यक्ति का नाम या उम्र )
If-Else (शर्तें ): यह बताने के लिए कि “अगर यह हो, तो यह करो वार्ना कुछ और करो।”
Loops (दोहराव): किसी काम को बार – बार तब तक दोहराना, जब तक कोई शर्त पूरी न हो जाये।
C) Computer से काम करवाना
1. जब हम code लिखते लेते हैं, तो इसे Source Code कहते हैं।
2. अब कम्पाइलर या interpreter इस Source Code को 0 और 1 में बदल देता है।
3. Computer का दिमाग (CPU) उन बदले हुए निर्देशों को पढता है, जिससे हमें मन चाहा परिणाम (Output) मिलता है।
Programming कितने प्रकार
Programming बहोत प्रकार की हैं , और हर प्रोग्रामिंग का अपना अपना उपयोग है, निचे table में कुछ popular प्रोग्रामिंग के नाम और उनका उपयोग दिया गया है।
| Programming Language | मुख्य उपयोग (Use Case) |
| Python | Data Science, Machine Learning, AI, Web Development, Automation, Scripting |
| C Language | System Programming, Embedded Systems, Operating System development |
| C++ | Game Development, High-Performance Applications, Competitive Programming |
| Java | Android App Development, Enterprise Applications, Web Applications |
| JavaScript | Web Front-End (browser), Interactive UI, Web Apps |
| HTML + CSS | Web Page Structure & Design (Note: ये markup और styling languages हैं) |
| PHP | Server-side Web Development, Dynamic Websites |
| C# (C-Sharp) | Windows App Development, Game Dev (Unity), .NET Framework |
| Kotlin | Modern Android App Development (Java का upgrade) |
| Swift | iOS/macOS Apps (Apple ecosystem) |
| SQL | Databases से data access, retrieval, और manipulation |
| Go (Golang) | High-speed servers, APIs, Cloud-based systems |
| Ruby | Web Development (Ruby on Rails framework) |
| Assembly Language | Microcontroller programming, Hardware-level tasks |
Programming सीखने के Top 5 Reason
1. High Demand और रोज़गार के अवसर
आज अगर आप अपने आस-पास देखें, तो हर 100 में से 70 चीज़ें Programming पर निर्भर हैं – चाहे वह मोबाइल फ़ोन हो, स्मार्ट टीवी हो, एटीएम मशीन हो, स्मार्ट वॉच हो या आपका Home Voice असिस्टेंट हो हमारे दैनिक जीवन के लगभग हर डिजिटल उपकरण के पीछे कोई न कोई Programming काम करती है।
यही वजह है कि Technology के इस दौर में Programmers की माँग लगातार बढ़ रही है – और आने वाले सालों में भी यह कभी कम नहीं होगी।यही वजह है कि कंपनियाँ ऐसे कुशल programmer को अच्छी salary वाली नौकरियाँ देती हैं।
2. अच्छी Salary के लिए
Tech Industry में, एक नए Programmer का वेतन लाखों में हो सकती है, खासकर सॉफ्टवेयर डेवलपर, वेब डेवलपर, एंड्रॉइड डेवलपर और डेटा एनालिस्ट जैसी भूमिकाओं में। जैसे-जैसे अनुभव बढ़ता है, वेतन भी तेज़ी से बढ़ता है।
3. Freelancing करके घर बैठे पैसे Earn सकते हैं
अगर आप एक programmer हैं और आपको Software Develoment या Web Development आता है, तो आप घर बैठे ऑनलाइन काम करके अच्छी कमाई कर सकते हैं – आपको कहीं जाने की ज़रूरत नहीं है! शुरूआती दिनों में Patience रखना होता है, फिर धीरे धीरे अच्छी खासी इनकम generate होने लगती है।
4. खुद का Software, Android App बना सकते हैं
आज के Digital युग में, किसी और पर निर्भर रहने की ज़रूरत नहीं है। अगर आपके पास कोई आइडिया है – चाहे वह कोई छोटा गेम हो, कोई बिज़नेस ऐप हो, या कोई टूल हो – तो आप अपना खुद का Softwar या एंड्रॉइड ऐप बना सकते हैं। अगर आप में सीखने की थोड़ी सी भी इच्छा और सही रास्ता है, तो बिना किसी बड़ी टीम या ज़्यादा खर्च के, आप अपना खुद का App बना सकते हैं और उसे गूगल playstore पर पब्लिश भी कर सकते हैं।
5. Digital World को समझने के लिए
आज हमारा जीवन पूरी तरह से digital हो चुका है – हम मोबाइल से बात करते हैं, Online शॉपिंग करते हैं, सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हैं, और UPI से payment करते हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि ये सब काम कैसे होते हैं? इसके पीछे Programming काम करती है।
Programming की वजह से होने वाले Revolution (क्रांन्ति)
1. Digital Revolution सबकुछ स्क्रीन पर
- पहले दुकानों में जाकर सामान लाना पड़ता था अब कुछ ही Clicks में अपने फ़ोन से पूरी शॉपिंग कर सकते है, और आपके दरवाजे पर deliver हो जाता है।
- पहले massage पेपर के form में सिर्फ टेक्स्ट फॉर्मेट में डॉक् से आते थे और वो भी आने में कुछ महीनो लगते थे। और आज हम massage कुछ सेकंडो में भेजते है और recieve करते है, वो भी अलग अलग format में जैसे – text, audio, वीडियो , images.
- पहले लाइन में लगकर लाइट बिल जमा करना पड़ता था अब हम सोते हुए कुछ ही सेकंड UPI के दोवारा कर सकते है। और भी अनगिनत काम ऑनलाइन हो रहे हैं, सिर्फ Programming की वजह से।
2. Remote Work Revolution
दुनिया के किसी कोने से आप कहीं भी काम कर सकते हैं — बस एक लैपटॉप और इंटरनेट चाहिए।
- Freelancing, Work From Home, Online Teams – ये सब programmed systems से चलते हैं (Zoom, Slack, Fiverr, Trello)
- अब कंपनियों को कोई फर्क नहीं पड़ता आप भारत में हो या अमेरिका में — बस skill होनी चाहिए
3. AI Revolution – Machine भी सोचने लगी हैं
- पहले मशीन इंसानो के कहे अनुसार चलती थी आज के इस प्रोग्रामिंग के दुनिया में मशीनें खुद से सीख रही है और समझ रही है।
- chatgpt, gemini ai models, google translate, face Recognition, Self Driving cars ये सब Ai Algorithms + Programming का कमाल है।
4. Healthcare Revolution – जान बचाने में कोड का हाथ
पहले बीमारी को पता लगाने में हफ़्तों लगते थे अब एक scan से रिपोर्ट तैय्यार
- Medical imaging software, रिपोर्ट जनरेट करने के tools, Telemedicine apps (Practo, Apollo 24/7)
- Smart watches जो heart rate, oxygen monitor करते हैं
Programming का इतिहास
आज हम जिन मोबाइल ऐप्स, वेबसाइट्स और गेम्स का इस्तेमाल करते हैं, उनकी नींव programming है। लेकिन programming की शुरुआत बहुत पहले, 1800 के दशक में हो चुकी थी।
1801 में, Joseph Jacquard ने एक ऐसी मशीन बनाई जो कपड़े की डिज़ाइन को “punched cards” से कंट्रोल करती थी। यहीं से programming का concept शुरू हुआ।
1843 में, Ada Lovelace ने Charles Babbage की मशीन के लिए एक calculation तरीका लिखा – इसे दुनिया का पहला कंप्यूटर प्रोग्राम माना जाता है। Ada को दुनिया का पहला programmer कहा जाता है।
1940s में पहले electronic कंप्यूटर आए — जैसे ENIAC। उस समय programmers को मशीन भाषा (0 और 1) में कोड लिखना पड़ता था।
1950s में, FORTRAN और COBOL जैसी high-level भाषाएं आईं, जिनसे कोडिंग आसान हुई। इसके बाद BASIC और LISP जैसी भाषाएं education और research के लिए बनाई गईं।
1970s में Dennis Ritchie ने C language बनाई, जो आज भी programming की सबसे मजबूत भाषा मानी जाती है। और उससे पहले 1960 में object-oriented programming (OOP) की शुरुआत हुई। लेकिन C Language Object-oriented programming language नहीं है।
1990s में Java और JavaScript जैसे languages आए, जिनकी वजह से internet और websites का विकास हुआ।
2000s के बाद Python, C#, Swift और Kotlin जैसे modern languages ने AI, mobile apps और data science को आसान बना दिया।
5. Conclusion (निष्कर्ष)
कुछ साल पहले तक कंप्यूटर सिर्फ हिसाब-किताब करने और रिपोर्ट बनाने के लिए इस्तेमाल होते थे। तब किसी ने सोचा भी नहीं था कि प्रोग्रामिंग इतना बड़ा बदलाव ला सकती है। लेकिन आज वही प्रोग्रामिंग हमारी दुनिया को पूरी तरह बदल चुकी है। स्मार्टफोन, इंटरनेट, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मोबाइल ऐप्स जैसे बड़े आविष्कार प्रोग्रामिंग की वजह से ही मुमकिन हो पाए हैं। इसने न सिर्फ हमारी जिंदगी को आसान बनाया है, बल्कि एक नई डिजिटल दुनिया भी बना दी है।
Programming सिर्फ कंप्यूटर को चलाने का तरीका नहीं है — ये एक intellectual revolution है जिसने दुनिया को automate, connect और empower किया है।
